शुमार-ए-सुबहा[1] मरग़ूब-ए-बुत-ए-मुश्किल[2] पसंद आया
तमाशा ब यक-कफ़बुरदन-ए-सददिल[3] पसंद आया

ब फ़ैज़-ए-बे-दिली[4] नौमीदी-ए-जावेद[5] आसां है
कुशायिश[6] को हमारा उ़क़दा-ए-मुश्किल[7] पसंद आया

हवा-ए-सैर-ए-गुल[8] आईना-ए-बे-मिहरी[9]-ए-क़ातिल
कि अंदाज़-ए-ब ख़ूं-ग़लतीदन-ए-बिसमिल[10] पसंद आया

शब्दार्थ:
  1. प्रार्थना के मोतीयों की माला का उपयोग
  2. दुष्ट प्रेमी
  3. सौ दिलों को एक हाथ में पकड़ने का दृश्य
  4. असंतुष्टी का शुत्रिया
  5. सारी उमर के लिए ना-उम्मीदी
  6. खुशी, शांति
  7. कठिन गाँठ, गहरी उलझन
  8. गुलाबों के बीच घूमने की चाह
  9. कठोरता
  10. ज़ख्मी लोगों की लहू भरी तड़प
Comments
हमारे टेलिग्राम ग्रुप से जुड़े। यहाँ आप अन्य रचनाकरों से मिल सकते है। telegram channel