इसी वन में स्थित है विशाखा कुंड| कहते हैं की एक बार रास रचाते समय विशाखा नाम की गोपी को प्यास लगी | जब उन्होनें कृष्ण को बताया तो उन्होनें झट से तीर मार कर पृथ्वी से जल उत्पन्न कर दिया | उसी पानी से ये कुंड बन गया जिसमें आज भी पानी मोजूद रहता है |

Please join our telegram group for more such stories and updates.telegram channel