शंकराचार्य अपने समय के एक बेहद बड़े विद्वान थे जिन्हें वेदों के प्रभुत्व की स्थापना और आध्यात्मिक ज्ञान के प्रतिनिधि होने के लिए जाना जाता है |
निश्चित रूप से सब को ज्ञात है की भारतीय धर्म शास्त्र में शंकराचार्य की एक अहम भूमिका है | बिना किसी अंतर्विरोध के कहा जा सकता है की अगर शंकराचार्य ने अपने ज्ञान की रौशनी नहीं फैलाई होती तो भारत वर्ष कई सदियों पहले ही आक्रमणकारियों के प्रकोप और धार्मिक अराजकता के चलते ख़तम हो जाता | ये सारे सबक आज भी हर हिन्दू धर्म के प्रचारक की आत्मा का एक अटूट हिस्सा हैं |