१९८० में लुसिआना के होसाना चर्च के करीब 1000 सदस्य थे | उसके पादरी लुइस लामोनिचा सीनियर को सब प्यार करते थे | लेकिन उनकी मौत के बाद उनके बेटे लुइस लामोनिचा जूनियर ने चर्च की ज़िम्मेदारी संभाली | बाद के साल में चर्च के लोग घटते गए और २००३ में सिर्फ १०-१५ सदस्य रह गए |
२००५ में लामोनिचा ने शेर्रिफ दफ्तर जा अपने गुनाहों को कबूलना शुरू किया | उसने बताया की उसने अपने खुद के बेटों का और अन्य बच्चों और जानवरों का बलात्कार किया था |उसने दावा किया की वह शैतान की पूजा करता था | जब जांचकर्ता चर्च पहुंचे तो उन्हें दिवार पर एक हल्का पेंटाग्राम मिला जिसे किसी ने हटाने की कोशिश की थी | उस चर्च के और सदस्य भी इस गुनाह में शामिल थे लेकिन लामोनिचा पर सबसे ज्यादा ध्यान गया | २००८ में उसे कई गुनाहों का दोषी पा जेल की सजा हुई |