जॉन फीट भी एक पूर्व पादरी था | वह अपने गुनाह के लिए 56 साल तक पुलिस से बचता रहा | १९६० में टेक्सस की सुंदरी और अध्यापिका इरीन गरजा का शव मेकाल्लेन की एक नहर में मिला था | वह पांच दिन से गायब थी और आख़री शक्स जो उससे मिला था उसने उसे गिरिजाघर में माफ़ी के लिए जाते देखा था , जॉन फीट के गिरिजाघर में | जहाँ गरजा का शव मिला वहीँ गिरिजाघर का एक दीपाधार और फीट का एक फोटोग्राफ व्यूअर भी मिला था | 

इससे भी चौंकाने वाली बात है की एक महीने बाद एक और औरत पर फिर वैसा हमला हुआ | मारिया गुएर्रा ने माना की जब वह प्रार्थना कर रही थीं तो एक आदमी ने उसे पकड़ उसका मुंह बंद करने की कोशिश की | वह उसके हाथों को काट वहां से भाग निकलीं लेकिन उन्होनें जो हुलिया बताया वह जॉन फीट से मिलता जुलता था | इसके बावजूद भी फीट पकडे जाने से बच गया और गिरिजाघर वालों ने उसे एरिज़ोना भेज दिया |

१९६० से केस में कोई गतविधि नहीं हुई और फीट बच गया | २००२ में दो पादरियों ने बताया की फीट ने उनसे एक बार इरीन गरजा के क़त्ल की बात कबूली थी | २०१४ में हिडैल्गो काउंटी में एक नए जिला अटॉर्नी की नियुक्ति के बाद २०१६ में फीट को इरीन गरजा के क़त्ल के लिए गिरफ्तार किया गया |


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