एक बार वजीर अबुल फ़जल ने अकबर बादशाह के सामने बीरबल से कहा, “बीरबल, तुम्हें अकबर बादशाह ने सुअर और कुत्तों का अफसर नियुक्त किया है। “

इस पर बीरबल ने कहा, “बहुत खूब, तब तो आपको भी मेरी आज्ञा में रहना पड़ेगा। “

यह सुनते ही अकबर बादशाह हंस पड़े और वजीर अबुल फ़जल ने लज्जित होकर अपना सिर सुका लिया।

Comments
हमारे टेलिग्राम ग्रुप से जुड़े। यहाँ आप अन्य रचनाकरों से मिल सकते है। telegram channel

Books related to अकबर बीरबल


मुगल-ए-आजम
कौटुंबिक प्रेमकथा भाग १
बौद्धसंघाचा परिचय
मोहम्मद आयशाचे शापित जहाज
बुद्ध, धर्म आणि संघ
गौतम बुद्ध
महाभारतातील विस्मृतीत गेलेल्या कथा
इन्फिनिटी
ओघळ काजळमायेचे
दुखवा मैं कासे कहूँ मोरी सजनी
आपणच विजयी होऊया
मृत्यूच्या घट्ट मिठीत
गावांतल्या गजाली
खेळ संपला
किनारा