<p dir="ltr">छोड़ें दुनिया इससे पहले<br>
अपने ऐसे करम होंगे<br>
रुखसत तेरे शहर से<br>
फिर बेशहर होंगे..</p>
<p dir="ltr">अपनी बनावट की कोई तस्वीर<br>
शायद उतरे तेरे दिल में<br>
तू मुस्कुराए<br>
जब तक के मैं रहूँ दिल में<br>
हो सका तो याद रह जाऊं<br>
जब तक रुखसत तेरे<br>
आईने से ना होंगे..</p>
<p dir="ltr">ले जाऊं तेरे हर गमों को<br>
पास तेरे ..<br>
खुशियों के पहर होंगे<br>
लुटा जाऊं..<br>
राह तेरे हर फूलों को<br>
जो तेरे आहटों पे<br>
मर मिटे होंगे..<br>
मैं निकल जाऊँ भी तो क्या<br>
रुखसत तेरे कदमों से<br>
काँटो के वहम होंगे..</p>
<p dir="ltr">तेरी पलकों से <br>
बिछड़ जाऊं भी तो क्या<br>
हर नाम अश्कों के<br>
मेरे हाथों में लिखे होंगे<br>
बाद मेरे राहें तेरी <br>
अंजान हो भी जाएं तो क्या<br>
हर मकाम..<br>
लिखे नाम तेरे होंगे..</p>
<p dir="ltr">जो लगे के बाद मेरे<br>
मैं बदनाम रहा हूँ<br>
देखना मुड़के इक बार<br>
हर पन्ने की कहानी से<br>
नाम मेरे मिटे होंगे..</p>
<p dir="ltr">तेरी ज़िन्दगी में<br>
दीवार न बनूँगा<br>
चला जाऊंगा<br>
इक बार ना मिलूंगा<br>
घर के खाली हिस्से<br>
पाने को हमे बेक़रार होंगे<br>
वो दस्तक़ दरवाज़े पर<br>
हवा की..<br>
तुझे आहट के<br>
मेरे कदम होंगे<br>
चाहेगा जब तक तू<br>
मेरे बाद मैं मिलूँगा<br>
बातों से तेरी जब तक<br>
रुखसत हुम् न होंगें.. .</p>
<p dir="ltr">** Isob amit shekher **</p>
अपने ऐसे करम होंगे<br>
रुखसत तेरे शहर से<br>
फिर बेशहर होंगे..</p>
<p dir="ltr">अपनी बनावट की कोई तस्वीर<br>
शायद उतरे तेरे दिल में<br>
तू मुस्कुराए<br>
जब तक के मैं रहूँ दिल में<br>
हो सका तो याद रह जाऊं<br>
जब तक रुखसत तेरे<br>
आईने से ना होंगे..</p>
<p dir="ltr">ले जाऊं तेरे हर गमों को<br>
पास तेरे ..<br>
खुशियों के पहर होंगे<br>
लुटा जाऊं..<br>
राह तेरे हर फूलों को<br>
जो तेरे आहटों पे<br>
मर मिटे होंगे..<br>
मैं निकल जाऊँ भी तो क्या<br>
रुखसत तेरे कदमों से<br>
काँटो के वहम होंगे..</p>
<p dir="ltr">तेरी पलकों से <br>
बिछड़ जाऊं भी तो क्या<br>
हर नाम अश्कों के<br>
मेरे हाथों में लिखे होंगे<br>
बाद मेरे राहें तेरी <br>
अंजान हो भी जाएं तो क्या<br>
हर मकाम..<br>
लिखे नाम तेरे होंगे..</p>
<p dir="ltr">जो लगे के बाद मेरे<br>
मैं बदनाम रहा हूँ<br>
देखना मुड़के इक बार<br>
हर पन्ने की कहानी से<br>
नाम मेरे मिटे होंगे..</p>
<p dir="ltr">तेरी ज़िन्दगी में<br>
दीवार न बनूँगा<br>
चला जाऊंगा<br>
इक बार ना मिलूंगा<br>
घर के खाली हिस्से<br>
पाने को हमे बेक़रार होंगे<br>
वो दस्तक़ दरवाज़े पर<br>
हवा की..<br>
तुझे आहट के<br>
मेरे कदम होंगे<br>
चाहेगा जब तक तू<br>
मेरे बाद मैं मिलूँगा<br>
बातों से तेरी जब तक<br>
रुखसत हुम् न होंगें.. .</p>
<p dir="ltr">** Isob amit shekher **</p>