अगम कुँए को अशोक का नरक या अशोक हेल भी कहा जाता है | ऐसे बताया जाता है की यहाँ अशोक ने एक महल बनाया था जो यूँ तो बाहर से देखने में बहुत खुबसूरत था लेकिन इसके अन्दर लोगों के सताने के लिए कमरे बनाये गए थे | इन कमरों में लोगो को अलग अलग प्रकार की यातनाएं दी जाती थी |ऐसा बताते हैं की अशोक ने वहां के परिचालक से कहा था की जो भी इस कमरे में पहले घुसेगा उसे बाहर जीवित आने की आज्ञा नहीं थी | एक दिन बुद्ध के एक शिष्य समुद्र को यहाँ लाया गया | लेकिन वह इन सब यातनाएं को झेल कर साफ़ बच गए | ये देख अशोक को अपनी हरकतों पर पछतावा हुआ | उसने इन कक्षों को नष्ट कर बौध धर्म को अपना लिया |बाद में इस हिस्से को पूर्ण रूप से नष्ट कर दिया गया और अगम कुआँ का रहस्य दब कर रह गया |
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