चमने-ख़ार-ख़ार है दुनिया ख़ूने-सद नौबहार है दुनिया जान लेती है जुस्तजू [1] इसकी दौलते-ज़ेरे-मार [2]है दुनिया ज़िन्दगी नाम रख दिया किसने मौत का इंतज़ार है दुनिया ख़ून रोता है शौक़ मंज़िल का रहज़ने-रहगुज़ार [3] है दुनिया