भीष्म जानते थे कि कर्ण पांडवों के ही भाई है लेकिन उन्होंने ये बात कौरव पक्ष से छिपाकर रखी । कर्ण का सत्य छिपाना भी महाभारत युद्ध का एक बड़ा कारण बना। यह बात भीष्म ने ही नहीं श्रीकृष्ण ने भी छिपा कर रखी। खुद कर्ण भी जब युद्ध निश्चित हो गया तब जान पाया।कर्ण अपनी जातिगत हीनभावना के कारण अर्जुन और पांडवों से नफरत करता रहा और दुर्योधन को हमेशा यह विश्वास दिलाता रहा कि इस युद्ध को तो मैं अकेला ही जीत लूंगा।