“तरसने वाली मुद्रा” तब होती है जब आप एक तरफ करवट ले दोनों हाथ फैला के सोते हैं | डॉ इद्ज़िकोव्सकी कहते हैं इस मुद्रा में सोने वाले लोग एक तरफ बड़े दिल के मालिक होते हैं लेकिन दूसरी तरफ शक्की और संकी भी होते हैं | इस मुद्रा में सोने वाले फैसला लेने में कुछ वक़्त लेते हैं , लेकिन एक बार फैसला ले लिया तो उस पर अडिग रहते हैं |