लन्डन हैमर ( उपनाम लन्दन कलाकृति) १९३६ में टेक्सास लन्दन में मिले लोहे और लकड़ी के एक हथोड़े को दिया गया नाम है | इस हथोड़े का एक अंश चिपचिपे पत्थर में फंसा हुआ है , जिससे युटयूब के विडियो में उसे एक विषम कलाकृति की तरह घोषित किया गया है | दलील के मुताबिक अगर एक इंसान द्वारा बनाया गया हथियार पत्थर  में समाया हुआ है , तो समकालीन इतिहास गलत है |

सृष्टि सिद्धांतवादी कार्ल बौघ ने १९८० में हथोड़े का उदाहरण दिया ये समझाने के लिए की बाढ़ आने से पहले धरती की वायुमंडलीय गुणवत्ता के कारण राक्षसों की उत्पत्ति हो सकती थी | ये हथोडा अब बौघ के क्रिएशन एविडेंस संघ्रालय का हिस्सा है जो इसके प्रतिरूप को मेहमानों को बेचता है | इस हथोड़े को कार्ल बौघ ने १९८३ में खरीद लिया था क्यूंकि उनका मानना था की ये हथोडा "महान  'पूर्व बाढ़ खोज' ' है |
इस साक्ष्य के लिए एक संभावित व्याख्या ये है की उस पुराने पत्थर में लाइमस्टोन में मोजूद जल्द घुलने वाले मिनरल ने वस्तु के आस पास दिवार बना ली होगी जैसे जीवाश्म में बनती है |
जैसे जे आर कोल कहते हैं : “ पत्थर असली है और भुगौलिक प्रक्रिया से नावाकिफ इंसान को प्रभावित भी करेगा | एक आधुनिक साक्ष्य कैसे ओर्दोविसियन पत्थर में समा सकता है |जवाब है की पत्थर ओर्दोविसियन नहीं है | अगर किसी वस्तु को धरती पर या किसी गड्ढे में डाल दिया जाए तो  मिनरल उसके आस पास जम सकते हैं अगर पत्थर रासायनिक तौर पर घुलन शील हो” |
लोगों के मुताबिक हथोड़े की खोज एक स्थानीय दंपत्ति मैक्स हाह्न और उनकी पत्नी ने लन्दन के नज़दीक रेड क्रीक में घुमते हुए की थी | उन्होनें एक अजीब सा ढीला पत्थर देखा जिसमें थोड़ी सी लकड़ी समायी हुई थी और वह उसे घर ले आये | १० साल बाद उनके बेटे ने उस पत्थर को तोडा तो उसमें छुपा हुआ हथोडा निकला | बौघ के १९८० में उसको हासिल करने के बाद लोगों का ध्यान उसकी तरफ आकर्षित होने लगा | 

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