ये गाय सुख और समृद्धि का निशान थी |वह समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से निकाली गयी थी | ऐसा कहते हैं की जिस किसी के भी पास ये गाय होती थी उसे कभी भी किसी चीज़ की कमी नहीं होती थी |इसके इलावा अगर किसी ने इसके दर्शन भी कर लिए तो उसके सारे कार्य पूर्ण होते थे | दैवीय शक्तियों की मालकिन इस गाय के दूध को अमृत तुल्य माना जाता था |


Please join our telegram group for more such stories and updates.telegram channel